हाँ उन्हें मैं जानता हूँ
हर सुबह जिनके लिए कुछ नई आशाएँ हैं लाती
सांझ फिर उनको समेटे आश्वासन दे के जाती |
स्वप्न में साकार हो जाती हैं जिनकी योजनाएं ,
मचल उठती हैं हृदय में कई नई संभावनाएं|
ग्रह-नक्षत्रों के घरों में खोजते हैं स्वयं को जो
राशिफल को देखने को जो उलटते पत्रिकाएं |
भाग्य देवी के पुजारी ,लग्न को तलाशते हैं
खोजते फिरते हैं उसको जो उन्हीं के पास में हैं |
देखता हूँ मैं कई को ,कई को पहचानता हूँ
हाँ उन्हें मैं जानता हूँ ,हाँ उन्हें मैं जानता हूँ |